सरकारी एलिमेंट्री स्कूल में 7 वर्षीय एक स्टूडेंट की झूले से गिरकर दोनों टांगे टूट गईं।
सरकारी एलिमेंट्री स्कूल में 7 वर्षीय एक स्टूडेंट की झूले से गिरकर दोनों टांगे टूट गईं।
डेराबस्सी: रामगढ़ रोड पर स्थित पंजाब के आखिरी गांव दफ्फरपुर के सरकारी एलिमेंट्री स्कूल में 7 वर्षीय एक स्टूडेंट की झूले से गिरकर दोनों टांगे टूट गईं। जख्मी गुरजोत सिंह को साकेत अस्पताल, पंचकूला में भर्ती कराया गया है। बच्चे के परिजनों ने स्कूल प्रबंधकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। हालांकि स्कूल प्रबंधकों का कहना है कि बच्चा खेलते हुए खुद गिरा है और उन्होंने उसे इलाज के लिए अपनी गाड़ी में खुद अस्पताल भी पहुंचाया है।
जानकारी मुताबिक अमनदीप कौर पत्नी सुखजीत सिंह ने बताया कि उनकी बेटी सिमरन कौर पांचवी क्लास में और बेटा गुरजोत सिंह दूसरी कक्षा में सरकारी स्कूल दफ्फरपुर में पढ़ताा है। 3 मार्च को गुरजोत स्कूल में गिरकर बुरी तरह जख्मी हो गया। उसकी दोनों टांगों में फ्रैक्चर आया है। उसे सकेत के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अमनदीप कौर ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधकों की लापरवाही के कारण उनका बच्चा हादसे का शिकार हुआ। बच्चों की स्कूल में उचित देखरेख न होने से यह हादसा हुआ है और हादसे के बाद स्कूल प्रबंधकों ने बच्चे के इलाज में परिवार की कोई मदद भी नहीं की है। यह आरोपों के साथ स्कूल प्रबंधकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
दूसरी ओर स्कूल की हेडमिस्ट्रेस सतिंदर पाल कौर ने कहा कि स्कूल में कुल 232 बच्चे हैं। आधी छुट्टी के दौरान बच्चे झूले पर झूल रहे थे। इस दौरान गुरजोत झूले से गिरकर जख्मी हो गया। उसे स्कूल टीचर्स ने अपनी गाड़ी में खुद ड्राइव करके बच्चे के परिजनों के कहने पर साकेत अस्पताल पहुंचाया जहां बच्चे का इलाज चल रहा है। स्कूल प्रबंधकों ने किसी लापरवाही का खंडन करते हुए कहा कि यह खेलकूद के दौरान हुआ हादसा है। वैसे भी स्कूल में चपरासी, चौकीदार से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की कमी है जिससे सभी बच्चों पर हमेशा निगाह नहीं रखी जा सकती। उन्हें हादसे पर खेद है और बच्चे समेत परिवार के साथ हमदर्दी है।